ना जाने आज के मानव को क्या होगया हे।
ऐसा लगता हे जैसे उस्का विवेक कहीं खो गया है॥
भूल करने अपनी आदर्श सभ्यता को व्यक्ति चरित्र विहीन ओगाया है।
विलुप्त होगई प्राचीन संस्कृति हमारी सदाचरण
पश्चिमी सभ्यता में विलीन होगया॥
अंग्रेजी शिक्ष से मनुष्यता को नापने का पैमाना बदल गया।
वेश भूषा ही रह गई शिक्षित की पहचान ज़माना बदल गया॥
आज के युवा वर्ग को फास्ट म्यूजिक पर गाना अच लगता है।
रास आए न आए आज अंग्रेज़ी चलन अपनाना अच लगता है॥
बदलते ज़माने के साथ चलना इंसान की मज़बूरी होगया।
कम कपड़े पहेनना महिलाओं के लिए ज़रूरी होगया॥
भेडचाल में फस कर मानव अपने सत्विचार भूल गया।
प्रदेश जाकर जैसे कोई सज्जन अपना घर-बार भूल गया है॥
फिल्मों ने लूट पाट भ्रष्टाचार बलात्कार समाज को दिया है।
निर्माताओं ने अपनी जेबें भरी समाज का सुख चैन हर लिया है॥
विज्ञानिकों ने विज्ञानं के बड़े बड़े अविष्कार किये है।
मानव बम बना मानव जाती पर प्रहार किए हें॥
अबोध को कुछ बोध नहीं आकर उसे समझा तो जाए कोई।
भटके हुए मानव का ईमान लौटा जाए कोई॥
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