गुरु नानक देव ने कहा है
1. ईशवर पर विश्वास और सब्र देवगुण इंसानों की खुराक है।
2. किसी को बुरा न कहो यही शिक्षा का सारांश है।मुर्ख के साथ वाद विवाद मत करो।
3. मेरी बीवी,मेरा बेटा, मेरा बाप , मेरा भाई इनमे कौन हे जो मेरा हाथ पकडेगा ? जब में मौत के चंगुल में हुआ ,तो इनमे से कोई भी मुझे बचाने ना अपेगा।
4. चाँदी और सोना माहेज धोका है, और एक दिन वो खाक में मिल जावेगा।
5. जब कोई इंसान खुदा के साथ सम्बन्ध स्थापित करता हे ,उस पर आतम साक्षात्कार होजाता है। न कोई हिंदू हे नकोई मुस्लमान ,सब केवल इंसान हैं।
2 comments:
उपयोगी और यथार्थ। लिखते रहें। आभार।
उपयोगी और यथार्थ। लिखते रहें। आभार।
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